पर्याप्त रूप से प्रसन्न होने पर भी अपने परचितों को ही देय मात्र रु10 मासिक प्रति परिवार की धनराशि, अपनी जरुरत के अनुसार यदि चाहें तो अपनी पसंद, नापसंद, इच्छा, विचार, योजना अथवा लक्ष्य को व्यक्त करने की बुद्धि तथा केवल नौ लोगों को इस अभिनव अभिषद से जोड़ने की ताकत पर
अभिनव अभिषद में आप द्वारा मात्र रु10 मासिक प्रति परिवार की धनराशि अपने पूर्ववर्तियों/प्रतिनिधियों को दिया जाना है, जो उनके द्वारा अपने पूर्ववर्तियों/प्रतिनिधियों को, इसी प्रकार एक पूर्व निश्चित क्रम में कुल सात स्तरों तक में ही सम्मिलित सभी परिवारों की सभी समस्याओं को स्वतः पूरा किया जा सकता है।
अभिनव अभिषद की सात स्तरीय एक व्यवस्था में सम्मिलित सभी परिवार मिलकर मात्र रु10 मासिक प्रति परिवार की लागत को एक पूर्व निश्चित क्रम में रखने पर पांच से पच्चीस हजार मासिक वेतन पाने वाले दस हजार कर्मचारियों का बोझ वहन कर सकती है जो अभिनव अभिषद की सम्बंधित व्यवस्था में सम्मिलित परिवार के सदस्यों द्वारा अपनी पसंद, नापसंद, इच्छा, विचार, योजना अथवा लक्ष्यों के अनुसार निर्धारित प्रकार तथा प्रयासों द्वारा निर्धारित स्तर से नियंत्रित किये जा सकेंगे।
अभिनव अभिषद में सभी प्रकार या स्तर के सदस्य अथवा उपयोक्ता अपने नीचे उसी प्रकार या एक स्तर नीचे के नौ सदस्य अथवा उपयोक्ताओं के प्रति ही जिम्मेदार है। जिससे सभी को अपने नीचे नौ लोगों को तथ्यात्मक जवाब दिया जाना अपरिहार्य है। इससे किसी भी प्रकार या स्तर के व्यक्ति को नजरंदाज किया जाना संभव नहीं है क्योंकि वह दूसरे खेमे में जा सकता है।
अभिनव अभिषद में सम्मिलित सभी स्तर के सदस्य परिवारों की पसंद, नापसंद, इच्छा, योजना, जरूरतें, उस पर किया गया कार्य, उसके परिणाम, परिणामों की समालोचना तथा अग्रेत्तर संभावित उपायों की सार्वजानिक अभिव्यक्तियाँ, सम्बंधित नियंत्रक, पूर्ववर्ती या प्रतिनिधि सदस्य तथा सम्पूर्ण समाज की लगातार नजर के कारण उसका सर्वोत्तम होना तथा सम्पूर्ण समाज के लिए अधिकतम हितकारी होना हर हल में जरुरी है।
अभिनव अभिषद में उपरोक्त अभिव्यक्तियाँ इसके सदस्य चाहें तो प्रकट करें अन्यथा नहीं भी प्रकट कर सकते है। अपनी स्पष्ट अभिव्यक्तियों को रोक सकते है। उपरोक्त प्राकट्य इसके सदस्य सार्वजानिक रूप से सामने आकर भी कर सकते है अथवा छिपे रूप से अपनी पहचान छिपाकर भी कर सकते है। इसमें सभी परिवारों अपनी पसंद, नापसंद, इच्छा, योजना, जरूरतें, रूचि, प्राथमिकता व तरीकों को जब भी चाहे स्पष्ट करने तथा बदलने के लिए भी स्वतंत्र है।
अभिनव अभिषद में सभी सदस्य परिवार के व्यक्ति अपनी पसंद, नापसंद, इच्छा, योजना, जरूरतें, रूचि, प्राथमिकता व तरीकों के अनुसार अपना प्रकार निर्धारित करते हुए अपने प्रयासों से अपना स्तर निश्चित करते हुए अपने नीचे के लोगों को लाभान्वित करते हुए सबकी अभिव्यक्तियों को अधिक मजबूत तरीके से प्रस्तुत सरके सम्पूर्ण व्यवस्था को उसले लिए बाध्य कर सकता है।
अभिनव अभिषद में आम सदस्य परिवारों द्वारा व्यक्त की गयी अपनी पसंद, नापसंद, इच्छा, योजना, जरूरतें, रूचि, प्राथमिकता व तरीकों कों प्रथम स्तरीय सदद्स्यो द्वारा परिभाषित किया जाना है। दितीय स्तरीय सदस्य द्वारा प्राथमिकता निश्चित की जानी है, तृतीय स्तरीय व्यक्ति द्वारा उनका क्रियान्वयन कराया जाना है, चतुर्थ द्वारा समन्वयन, पंचम द्वारा निर्देशन, षष्टम द्वारा नीतियाँ बनाई जानी है तथा सातवाँ स्तर पर करने वाले व्यक्ति द्वारा ही सम्पूर्ण नियंत्रण रखा जाना है।
अभिनव अभिषद में तीसरे तथा ऊपर के स्तर के समस्त प्रकार के सदस्यों तथा विभिन्न स्तर के प्रतिनिधियों के नियंत्रण में तैनात कर्मचारियों के वेतन पर उक्त स्तर पर जमा धनराशी का सत्तर प्रतिशत व्यय किया जाना है तथा तीस प्रतिशत ऊपर के स्तर को उनके द्वारा प्रदत्त सहयोग के बदले उक्त स्तर के कर्मचारियों के वेतन आदि पर व्यय करने के लिए दी जानी है। सभी प्रकार या स्तर के सदस्य अपने स्तर के कार्य नियमित, पारदर्शी, प्रतिस्पर्धी तथा लोकहितकारी तरीके से करने/कराने तथा अपने नीचे उसी प्रकार के केवल नौ सदस्यों को ही स्पष्ट जवाब देने के लिए भी बाध्य हैं।
अभिनव अभिषद के उपयोग से सभी व्यक्ति या व्यवस्था अपने सभी प्रकार के व्यक्त अथवा अव्यक्त लक्ष्यों की स्पष्ट पहचान, उन्हें प्राप्त करने के सर्वश्रेष्ठ तरीके, तरीकों को लागू करने के सरलतम उपाय, उनका परिणाम तथा सभी में सुधार की नियमित एवं सार्वजानिक प्रक्रिया को निर्धारित करते हुए तथा उपयोग में लाते हुए सभी लक्ष्यों या समस्याओं का अधिकतम प्रभावी समाधान निश्चित रूप से स्वतः प्राप्त कर सकते हैं।