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ParaID---10111

व्यवस्था से सम्भावनाएँ

            अभिनव अभिषद के उपयोग से रामराज्य जैसी अवधारणा को साक्षात किया जाना संभव हो सकेगा जो सम्पूर्ण समाज के साथ इसके सभी सदस्यों के निजी हितों के लिए भी सर्वोत्तम कल्याणकारी होगा।

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ParaID---10112

         अभिनव अभिषद में सम्मिलित सभी व्यक्तियों, वस्तुओं या व्यवस्थाओं द्वारा अपने सर्वोत्तम लक्ष्यों की पहचान, उसकी पूर्ति के सर्वोत्तम तरीके तथा सर्वोत्कृष्ट पूर्ति न्यूनतम संभावित लगत पर कराया जाना ही इसका अंतिम लक्ष्य है।

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ParaID---10113

          अभिनव अभिषद में सम्मिलित सभी व्यक्तियों, वस्तुओं या व्यवस्थाओं द्वारा अपने सर्वोत्तम लक्ष्यों की पहचान, उसकी पूर्ति के सर्वोत्तम तरीके तथा उसकी सर्वोत्कृष्ट पूर्ति उनके स्वयं के द्वारा ही कराया तथा प्रदर्शित भी किया जाना है। जिससे सर्वोत्कृष्ट लक्ष्य, उसे प्राप्ति के तरीके तथा अधिकतम संतुष्टि की पहचान की स्थापना स्वतः होना संभावित है।

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ParaID---10114

        सभी व्यक्ति, वस्तु या व्यवस्थाएं सदैव अपनी सर्वोत्तम काल्पनिक आदर्श स्थिति(यूटोपिया) की ओर अग्रसारित रहती है अतः सभी व्यक्तियों(मेम्बर) तथा व्यवस्थाओं(यूजर) की पसंद, नापसंद, इच्छा, विचार, योजना अथवा जरूरतों का संकलन और उनका व्यक्ति, स्थान, समय या परिस्थितियों के अनुसार प्रस्तुतीकरण स्वतः एक आदर्श राज्य की स्थापना(Rijuvanation of utopia) में सक्षम होगा।

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ParaID---10115

              सभी व्यक्ति, वस्तु या व्यवस्थाओं पर केवल अव्यक्त तरीके से जीवित तथा प्रमाणिक रूप से कमजोर परजीवियों द्वारा उन्हें अपने हितों के अनुसार गुमराह किया जाता है। जिससे सभी प्रकार के प्रयासों का लाभ करने वाले को कम तथा परजीवियों को ज्यादा मिलता है।

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ParaID---10116

            इन परजीवियों से छुटकारा पाने का कोई भी पूर्व निश्चित तरीका इनकी परिस्थितियों के अनुसार समायोजित हो सकने की क्षमता से पराजित हो जाता है। केवल सभी लोगों की लगातार बदलती हुई पसंद, नापसंद, इच्छा, विचार, योजना अथवा ज़रूरत के अनुसार लगातार बदलती हुई व्यवस्था (अभिनव अभिषद) द्वारा ही इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है।

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ParaID---10117

          अभिनव अभिषद में सभी लोगों द्वारा अपने परिचितों में से ही नियमित, स्पष्ट तथा प्रतिस्पर्धी तरीके से चयनित तथा बदले जा सकने योग्य सर्वोत्कृष्ट व्यक्तियों तथा व्यवस्थाओं के हाथों में सभी का हित सर्वोत्तम तरीके से सदैव सुरछित रहेगा।

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ParaID---10118

              नियंत्रकों द्वारा सभी कमजोर जीवों की जरुरत के अनुसार व्यवस्था नहीं किये जाने के कारन ही कमजोर जीवों द्वारा मज़बूरी में राक्षसीय विधियाँ अपना ली गयी है। जिससे छुटकारा पाने का एक मात्र तथा अंतिम तरीका हर एक के लिए न्यूनतम व्यवस्था करके तथा सभी के विकास के लिए स्पष्ट तथा प्रतिस्पर्धी व्यवस्था उपलब्ध कराकर ही सभी लोगों को इनसे स्वतंत्र किया जा सकता है।

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ParaID---10119

           अभिनव अभिषद के उपयोग से प्रत्येक सदस्य परिवार, संगठन अथवा व्यवस्थाओं की न्यूनतम जरूरतें हर हल में पूरी होंगी तथा अधिकतम वह अपने प्रयासों से स्वतः पा सकेगा।

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