सभी व्यक्ति, वस्तु या व्यवस्थाएं सदैव अपनी सर्वोत्तम काल्पनिक आदर्श स्थिति(यूटोपिया) की ओर अग्रसारित रहती है अतः सभी व्यक्तियों(मेम्बर) तथा व्यवस्थाओं(यूजर) की पसंद, नापसंद, इच्छा, विचार, योजना अथवा जरूरतों का संकलन और उनका व्यक्ति, स्थान, समय या परिस्थितियों के अनुसार प्रस्तुतीकरण स्वतः एक आदर्श राज्य की स्थापना(Rijuvanation of utopia) में सक्षम होगा। |