अभिनव का अर्थ सदैव नया है। इसमें इससे तात्पर्य सदैव नयी रहने वाली व्यवस्था से है। इस व्यवस्था की योजना इस प्रकार बनाई गयी है जिससे यह आम सदस्यों की पसंद, नापसंद, इच्छा, विचार, योजना अथवा ज़रूरत के अनुसार सभी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, समय या परिस्थितियों में भिन्न-भिन्न रूप में रहते हुए भी प्रभावशाली तरीके से कार्य कर सके तथा इसके सदस्य तथा उपयोक्ता इसे अपनी लगातार बदलती हुई पसंद, नापसंद, इच्छा, विचार, योजना अथवा ज़रूरत के अनुसार जब भी चाहें बदल सकें।
अभिषद का अर्थ स्वतंत्र गुटों के संगठन(सिंडिकेट) से है। इसमें अभिषद से तात्पर्य स्वतंत्र व्यक्तियों या व्यवस्थाओं अर्थात सदस्य या उपयोक्ताओं के समूहों के संगठन से है जो अपने-अपने हितों के अनुसार कार्य करके स्वयं अधिकतम लाभ अर्जित कर सकें। अभिनव अभिषद में सभी व्यक्ति, वस्तु या व्यवस्थाएं पूर्णतया स्वतंत्र रहते हुए, अपने-अपने हितों के अनुसार कार्य करके अधिकतम संतुष्टि अर्जित करने के लिए स्वतंत्र है। इसमें सभी अपनी चाहत के अनुसार अपना प्रकार तथा अपनी जरूरतों तथा प्रयासों से अपना स्तर निर्धारित करके अन्य को अपने हितों के अनुसार कार्य करने के लिए बाध्य किया जा सकता है।
अभिनव अभिषद का अर्थ है सदैव नया रहने वाला स्वतंत्र व्यक्तियों(मेम्बर) या व्यवस्थाओं(यूजर) के समूह का संगठन(सिंडिकेट), इसमें सभी परिवार तथा उसके सदस्य अपनी पसंद, नापसंद, इच्छा, विचार, योजना अथवा ज़रूरत के अनुसार स्वतः निर्धारित प्रकार तथा अपनी क्षमता, जरुरत या चाहत के अनुसार किये गए प्रयासों से निर्धारित स्तर से अन्य सदस्यों/व्यवस्थायों को अपने हितों के अनुसार कार्य करने के लिए बाध्य करके सभी को लाभ पहुंचाते हुए अपने सभी प्रकार के हितों को पूरा कर सकता है। इस व्यवस्था का उपयोग करके कोई भी व्यक्ति या व्यवस्था द्वारा किसी भी प्रकार का असंभव से असंभव कार्य किया जा सकता है।
अभिनव अभिषद आम परिवार(समस्त सदस्यों) द्वारा निर्धारित एवं जब भी चाहें बदले जा सकने नियमों के अनुसार निर्मित एवं नियंत्रित एक अनौपचारिक संगठन की व्यवस्था है जो अपने आम सदस्यों में से चयनित कतिपय बौद्धिक लोगों द्वारा नियंत्रित, सामाजिक लोगों द्वारा क्रियान्वित, वेतनभोगी कर्मचारियों द्वारा संचालित, विभिन्न सदस्यों के अलग-अलग हितों के अनुसार तथा अंतिम रूप से आम सदस्यों द्वारा व्यक्त पसंद, नापसंद, इच्छा, विचार, योजना अथवा ज़रूरत के अनुसार निर्देशित किये जाने के लिए बाध्य है। इसका स्वामी है एक आम सदस्य परिवार।
अभिनव अभिषद सभी प्रकार के व्यक्ति, वस्तु तथा व्यस्था को आपस में जोड़ने की एक पूर्व निर्धारित व्यवस्था है जिसमे समाज के विभिन्न तबके के लोग अपनी सभी प्रकार की व्यक्त की जा सकने योग्य सामाजिक आवश्यकताओं के लिए इसमे इस तरह से सम्मिलित किए जा सकते है जिससे यह सभी सदस्यों के नियंत्रण में स्पष्ट, पारदर्शी तथा नियमित तरीकों से सभी सदस्यों की सभी तरह की आवश्यकताओं को पूरा करने में हर हाल में समर्थ हो सके.
यह योग की एक नवीनतम पद्धति है, जिसमें जो भी व्यक्ति चाहे आपस में एक अन्य व्यक्तियों को एक पूर्व नियोजित तरीके से जोड़कर, अधिकतम रू.१० मासिक प्रति परिवार की लागत तथा सबकी पसंद, नापसंद, इच्छा, विचार, योजना, ज़रूरत के अनुसार इस विधि के व्यवस्थित उपयोग से, अपने तथा सभी सदस्य परिवारों की समस्त समस्याओं का निराकरण तथा अपने प्रयत्नो के बदले बेहतर परिणाम प्राप्त करते हुए इसमे विभिन्न स्तरों पर योग से प्राप्त होने वाली उपलब्धियों को बिना यौगिक क्रियाओं के प्राप्त करते हुए समस्त ज्ञान, विज्ञान, साधनों तथा एश्वर्यों की प्राप्ति के साथ योग की अंतिम उपलब्धि अवश्य प्राप्त कर सकेंगे.
अभिनव अभिषद सभी प्रकार के व्यक्ति, वस्तु तथा व्यस्था द्वारा आम परिवारों के माध्यम से पूर्व निर्धारित एवं व्यक्त तरीकों से अपने हितों को पूरा करने हेतु इसके उपयोग किये जाने से स्वतः स्थापित होने वाली रामराज्य(यूटोपिया) की व्यवस्था है। जिस अवधारणा को समाज के विभिन्न तबके के लोगों द्वारा अपनी सभी प्रकार की व्यक्त की जा सकने योग्य सामाजिक आवश्यकताओं को इसके माध्यम से स्वतः स्पष्ट एवं नियमित तरीकों से उनकी पूर्ति करने पर इसके पूर्ण एवं स्वतः स्पष्ट स्वरुप में वास्तविक धरातल पर लाया जाना संभव हो सकेगा।